स्वास्थ्य क्षेत्र में खुलने वाले नए संस्थाओं और आने वाली नई मशीनों से आएगी जनस्वास्थ्य क्रांति: डॉ पी एन अरोड़ा



 स्वास्थ्य क्षेत्र में खुलने वाले नए संस्थाओं और देश में आने वाली नई चिकित्सा मशीनों से आएगी जनस्वास्थ्य क्रांति: डॉ पी एन अरोड़ा

# नए बजट से किसानों, युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा संबल: सीएमडी
राजनैतिक दुनिया
गाजियाबाद। यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी के सीएमडी डॉ पी एन अरोड़ा ने आम बजट 2023-24 की सराहना की है। बुद्धवार को संसद के पटल पर केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किये गए बजट पर उनकी प्रशंसा करते हुए डॉ अरोड़ा ने कहा कि यह बजट किसानों, युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को संबल देने वाला है। क्योंकि महिला सम्मान बचत पत्र योजना समेत किसानों, युवाओं और छात्रों के लिए कई बडे़ ऐलान किये गए हैं जो मोदी सरकार की देश के प्रति गहन चिंतन के द्योतक हैं। आज जब विश्व के अनेक देश मंदी की मार झेल रहे हैं, वैसे परिवेश में भारत की अर्थव्यवस्था सही दिशा में चल रही है और सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर है, तो यह टीम मोदी का ही करिश्मा है, जिससे देश-दुनिया में भारत का कद निःसंदेह बढ़ा है।
डॉ अरोड़ा ने बताया कि हेल्थ सेक्टर में भी उठाये गए कदम बहुत जनोपयोगी हैं। चाहे वो मेडिकल कॉलेज में ज्यादा से ज्यादा लैब की व्यवस्था हो या स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए नई मशीन लाने की बात हो, उससे रोगियों को फायदा मिलेगा। क्योंकि भारत में नई मशीन आने से बड़ी से बड़ी बीमारी का सफल इलाज किया जा सकेगा। वहीं 2027 तक एनीमिया की बीमारी को जड़ से खत्म करने का जो प्रण किया गया है उससे अनेक लोगों की जान बचाई जा सकेगी।

डॉ अरोड़ा के मुताबिक, यह बजट इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें यह भी साफ किया गया है कि एक व्यक्ति के लिए साफ पानी और खाना बेहद जरूरी है। इसलिए बजट में इसे खास प्राथमिकता दी गई है। बजट में सबसे दिलचस्प बात यह है कि मोदी सरकार ने मेनहोल को लेकर एक बड़ा फैसला किया है। बजट 2023-24 में यह साफ किया गया है कि अब मेनहोल में इंसान नहीं उतरेंगे। इससे बीमारियों के संक्रमण से वो और उनके परिजन तथा उनके सम्पर्क में आने वाले लोग बच जाएंगे।
डॉ अरोड़ा ने बताया कि मोटा अनाज को बजट में प्राथमिकता दी गई है। इससे पूरे देश को लाभ मिलेगा। साथ ही इसे लेकर रिसर्च और रिसर्च कॉलेज बनाने की भी बात कही गई है। उन्होंने कहा कि  देश में 157 नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित किये जायेंगे, चिकित्सा उपकरणों के लिए नया पाठ्यक्रम बनाया जाएगा, आईसीएमआर की संख्या देशभर में बढ़ाई जाएगी, चिकित्सा क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा, यह सब कदम कुल मिला कर अत्यंत सराहनीय हैं। नए नर्सिंग कॉलेज और मेडिकल कॉलेज खुलने से, चिकित्सा अनुसंधान प्रयोगशालाओं को अतिरिक्त बढ़ावा दिये जाने से सभी के लिए कम दरों पर स्वास्थ्य देखभाल की प्रतिबद्धता को पूरा किया जा सकेगा।

डॉ अरोड़ा ने कहा कि ओवर आल बात की जाए तो यह बजट भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा। क्योंकि महिलाओं के आर्थिक विकास के लिए बजट प्रस्ताव के माध्यम से उनका सशक्तिकरण किया गया है। नए बजट प्रस्तावों से एससी-एसटी व ओबीसी जाति को भी लाभ होगा। वहीं किसानों, मजदूरों और छात्रों के लिए जो कुछ विशेष योजनाएँ शुरू हुई हैं, उसका लाभ उन्हें मिलेगा। इससे युवाओं को लाभ होगा। वहीं पीपीपी मॉडल से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे स्वास्थ्य पर्यटन को भी मजबूती मिलेगी।

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